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" रावण का चमत्कार या राम जी का...पावर...?? "
(जरूर पढें.. एक हास्य रस की सस्पेंस कथा)
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श्री राम के नाम से पत्थरों के तैरने की news जब लंका
पहुँची , तब वहाँ की Public में काफी Gossip हुआ कि
भैया जिसके नाम से ही पत्थर तैरने लगें , वो आदमी
क्या गज़ब होगा ।
इस तरह की बेकार की अफ़वाहों से परेशान रावण ने तैश
में आकर Announce करवा दिया कि कल " रावण " के
नाम लिखे हुए पत्थर भी पानी में तिराये जायेंगे और
अगले दिन लंका में Public Holiday Declare कर दिया
गया ।
निश्चित दिन और समय पर सारी Population रावण
का चमत्कार देखने पहुँच गयी ।
Set Time पर रावण अपने भाई - बँधुओं , पत्नियों तथा
Staff के साथ वहाँ पहुँचे और एक भारी से पत्थर पर
उनका नाम लिखा गया ।
Labor लोगों ने पत्थर उठाया और उसे समुद्र में डाल
दिया -- पत्थर सीधा पानी के भीतर !
सारी Public इस सब को साँस रोके देख रहे थी ,
जबकी रावण लगातार मन ही मन में मँत्रोच्चारण कर रहे
थे ।
अचानक, पत्थर वापस Surface पर आया और तैरने लगा ।
Public पागल हो गयी , और " लँकेश की जय " के
कानफोड़ू नारों ने आसमान को गुँजायमान कर दिया
।
एक Public Celebration के बाद रावण अपने लाव लश्कर
के साथ वापस अपने महल चले गये और Public को भरोसा
हो गया कि ये राम तो बस ऐसे ही हैं ।
पत्थर तो हमारे महाराज रावण के नाम से भी तैरते हैं ।
पर उसी रात को मँदोदरी ने Notice किया कि
रावण Bed में लेटे हुए बस Ceiling को घूरे जा रहे थे।
“ क्या हुआ स्वामी ? फिर से Acidity के कारण नींद
नही आ रही क्या ? ”
Eno दराज मे पडी है ले कर आऊँ ? मँदोदरी ने पूछा ।
“ मँदु ! रहने दो , आज तो इज़्ज़त बस लुटते लुटते बच गयी ,
आइन्दा से ऐसे Experiment नहीं करूंगा । "
Ceiling को लगातार घूर रहे रावण ने जवाब दिया ।
मँदोदरी चौंक कर उठी और बोली , “ ऐसा क्या हो
गया स्वामी ? ”
रावण ने अपने सर के नीचे से हाथ निकाला और छाती
पर रखा , “ वो आज सुबह याद है पत्थर तैरा था ? ”
मँदोदरी ने एक Curious Smile के साथ हाँ मे सर
हिलाया ।
पत्थर जब पानी में नीचे गया था , उसके साथ साथ
मेरी साँस भी नीचे चली गयी थी ।
रावण ने कहा ।
इस पर Confused मँदोदरी ने कहा : “ पर पत्थर वापस
ऊपर भी तो आ गया था ना , वैसे ऐसा कौन सा मँत्र
पढ़ रहे थे आप जिससे पानी में नीचे गया पत्थर वापस
आकर तैरने लगा ? ”
इस पर रावण ने एक लम्बी साँस ली और बोले ,
“ मँत्र-वँत्र कुछ नहीं पढ़ रहा था बल्कि बार बार बोल
रहा था कि " हे पत्थर ! तुझे राम की कसम , PLEASE
डूबियो मत भाई !! "
राम नाम मे है दम !!
बोलो भाईयों
जय श्री राम !!
जय श्री राम !!
जय श्री राम !!
जय श्री राम !!
