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Monday, 27 July 2015

जन्म से पैर नहीं थे लेकिन बन गई चैंपियन जिम्नास्ट

इलिनॉय (रोमानिया)।जैनिफर ब्रिकर का बचपन से ही जिम्नास्ट बनने का सपना था, लेकिन उनके साथ परेशानी यह थी कि जन्म से ही उनके पैर नहीं थे और उनके पैरेंट्स ने उन्हें अनाथालय में छोड़ दिया था।बगैर पैर के जन्मी जैनिफर को उनके माता-पिता ने रोमानिया के एक अनाथालय में छोड़ दिया था, जहां सेउन्हें इलिनॉय के एक गेराल्ड और शेनोन ब्रिकर ने गोद लिया। जैनिफर इस परिवार के तीन लड़कों के साथबड़ी हुई और उन्हें यह सिखाया गया कि असंभव कोई शब्द ही नहीं है।बचपन में वे खुद को गंदा होने से बचाने के लिए व्हिल चेयर का इस्तेमाल करती थी, लेकिन अपने हाथों के सहारे वे हर जगह घूमती थी। जैनिफर ने टेलीविजन पर ओलिंपिक्स को देखा था और अमेरिकी जिम्नास्टिक्स टीम उन्हें बहुत पसंद थी। 1996 की स्वर्ण पदक विजेता डॉमिनिक मोचियानो उनकी आदर्श थी।जैनी ने बचपन से ही एक्रोबेटिक्स मूव्ह सीख लिए थे और सात वर्ष की उम्र में उन्होंने पिता गेराल्ड के साथ ट्रेंपोलिन पर अभ्यास करना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने इसका पेशेवर तरीके से अभ्यास शुरू किया और वे शीघ्र ही इलिनॉय राज्य कीचैंपियन ट्रंबलर बन गई। पेड़ों पर चढ़ना उनका पसंदीदा काम था और वे बच्चों के साथ बेसबॉल, बास्टेकबॉल और जिम्नास्टिक्स में हिस्सा लेती थी।मात्र 16 वर्ष की उम्र में जैनिफर ने अपने लिए तय हर लक्ष्य को हासिल कर लिया था। वे जानती थी कि उनके नए ‘माता-पिता’ की वजह से ही वे इन लक्ष्यों को हासिल कर पाई है। लेकिन अब वे जानना चाहती थी कि उसके असली माता-पिता कौन है और उनकी इसमें क्या भूमिका रही हैं।जब जैनी की मम्मी ने बताया कि जिस परिवार में उनका जन्म हुआ था उनका सरनेम ‘मोचियानो’ था तो यह उनके लिए विस्फोट से कम नहीं था। वे तुरंत पहचान गई कि ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता जिम्नास्ट डॉमिनिक मोचियानो उनकी बायोलॉजिकल बहन है।चार वर्ष बाद ब्रिकर ने डॉमिनिक मोचियानो को पत्र भेजा जिसमें कोर्ट के कुछ दस्तावेज और फोटोज शामिल थे। डॉमिनिक ने कहा कि इस जानकारी केबाद उनकी दुनिया बदल गई। उन्होंने कहा- ‘मुझे बेबी गर्ल को गोद दिए जाने के बारे में कुछ मालूम नहीं था। मुझे असके बाद पता चला कि मेरे पिता ने जन्म होने के तुरंत बाद उसे अनाथालय में दे दिया था और उन्होंने उसके बाद कोई खोज खबर भी नहीं ली। मेरे भी अपने पैरेंट्स से संबंध अच्छे नहीं रहे है और जैनिफर के लिए यह अच्छा रहा कि कि उन्हें अच्छा बालपन मिल पाया।इस जानकारी के उजागर होने के बाद जैनिफर अपनी बहनों डॉमिनिक और क्रिस्टिना से मिल पाई। जैनिफरने अपनी बायोलॉजिकल मम्मी कैमिला से भी मुलाकात की, जिन्हें अपनी नवजात बच्ची को अनाथालय में सौंपने के निर्णय का अब अफसोस है।जैनिफर का अभी भी ब्रिकर परिवार से करीबी नाता हैऔर अब वे बायोलॉजिकल संबंधों को भी निभा रही है। 27 वर्षीय ब्रिकर अब हॉलीवड में शिफ्ट हो गई है और वे प्रोफेशनल एरियलिस्ट के तौर पर काम करती हैऔर ब्रिटनी स्पीयर्स के साथ टूर्स भी कर चुकी हैं। वे अपनी विशेष तौर पर तैयार की गई कार भी खुद ही चलाती हैं। वे अपनी प्रेरणात्मक स्टोरी के जरिए दुनियाभर में युवाओं को प्रेरित भी करती हैं।

आभार

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