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अब आप वायर, पावर बैंक्स को भूल जाइए, यूनिवर्सिटी
ऑफ वॉशिंगटन के रिसर्चर्स एक ऐसा भविष्य का
निर्माण कर रहे हैं, जहां आप अपने मोबाइल फोन्स को
वाइ-फाइ का प्रयोग करके रिचार्ज कर सकेंगे।
रिसर्चर्स एक साफ-सुथरे, अव्यवस्था रहित भविष्य पर
काम कर रहे हैं। वह ‘पॉवर ओवर वाइ-फाइ’ टेक्नोलॉजी
पर काम कर रहे हैं, इससे डिवाइसेज को हवा के द्वारा
30 फीट दूर तक से बिना तारों के रिचार्ज करना संभव
हो सकेगा।
क्रिश्चियन साइंस मॉनिटर पर एक रिपोर्ट बताती है
कि टेक्नोलॉजी के पीछे आइडिया यह है कि वाइ-
फाइ इन्फ्रास्ट्रक्चर का लाभ उठाकर और वायर्स में
प्लग करने की असुविधा को दूर करके, दोनों को एक
सिंगल सिस्टम में मर्ज किया जा सकें।
टेक्नोलॉजी हार्वेस्टर (काटने की मशीन) को
इस्तेमाल करती है, यह रेडियो फ्रीक्वेंसी पॉवर को
लेती है, जिसे वाइ-फाइ राउटर्स पहले से ही प्रसारित
करते हैं और फिर इसे यूज की जाने वाली डायरेक्ट करंट
(डीसी) पॉवर के अंदर ट्रांसफॉर्म कर देते हैं।
प्राप्त समय में एक सिंगल राउटर कितना ज्यादा
आउटपुट मैनेज कर सकता है इस बात की एक लिमिट है,
रिसर्चर्स ने एक सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जो
राउटर को पॉवर सिग्नल्स भेजने के अंदर ट्रिक करता है
और जब एक निश्चित लेवल में यूजर ट्रैफिक कम होता है,
तब दोनों फंक्शन्स बिना किसी व्यवधान के चलते हैं।
रिसर्चर्स ने पहले ही यह टेक्नोलॉजी एक कैमरा पर 17
फीट से, टेम्प्रेचर सेंसर्स पर 20 फीट से और रिचार्जेबल
बैटरीज पर 28 फीट से टेस्ट की है। उन्होंने टेक्नोलॉजी
का प्रभाव इंटरनेट की स्पीड पर भी टेस्ट किया और
पाया कि राउटर की चार्जिंग योग्यता, उसकी वेब
को सर्फ करने की योग्यता को प्रभावित नहीं
करती।